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  • भजन 22:16-18
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 16 दुश्‍मनों ने कुत्तों की तरह मुझे घेर लिया है,+

      दुष्टों की टोली मुझे धर-दबोचने पर है,+

      वे शेर की तरह मेरे हाथ-पैर पर झपट पड़े हैं।+

      17 मैं अपनी सारी हड्डियाँ गिन सकता हूँ,+

      वे मुझे ताकते रहते हैं, मुझे घूरते हैं।

      18 वे मेरी पोशाक आपस में बाँटते हैं,

      मेरे कपड़े के लिए चिट्ठियाँ डालते हैं।+

  • यशायाह 53:1-12
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 53 हमारे संदेश पर* किसने विश्‍वास किया है?+

      यहोवा ने अपनी ताकत*+ किस पर ज़ाहिर की है?+

       2 वह टहनी की तरह उसके* सामने उगेगा,+ सूखी ज़मीन में जड़ की तरह फैलेगा।

      जब हम उसे देखते हैं, तो उसमें कोई सुंदरता, कोई शान नज़र नहीं आती,+

      न उसके रूप में ऐसी खासियत है कि हम उसकी तरफ खिंचे चले जाएँ।

       3 लोगों ने उसे तुच्छ जाना, उससे किनारा किया।+

      वह अच्छी तरह जानता था कि दर्द क्या होता है, बीमारी क्या होती है।

      उसका चेहरा मानो हमसे छिपा हुआ था।*

      हमने उसे तुच्छ जाना और बेकार समझा।+

       4 उसने हमारी बीमारी खुद पर उठा ली+

      और हमारा दर्द हमसे ले लिया।+

      पर हमने समझा कि उस पर परमेश्‍वर की मार पड़ी है,

      उसी ने उसे घायल किया और दुख दिया है।

       5 हमारे अपराधों के लिए उसे भेदा गया,+

      हमारे गुनाहों के लिए उसे कुचला गया,+

      हमारी शांति के लिए उसने सज़ा भुगती+

      और उसके घाव से हम चंगे हुए।+

       6 हम सब भेड़ों की तरह भटके हुए थे,+

      हर कोई अपनी राह चल रहा था।

      लेकिन यहोवा ने हमारे गुनाहों का बोझ उस पर लाद दिया।+

       7 उस पर अत्याचार किए गए,+ पर उसने सबकुछ सह लिया,+

      अपने मुँह से एक शब्द नहीं निकाला।

      वह भेड़ की तरह बलि होने के लिए लाया गया।+

      जैसे मेम्ना अपने ऊन कतरनेवाले के सामने चुपचाप रहता है,

      वैसे ही उसने अपने मुँह से एक शब्द नहीं निकाला।+

       8 ज़ुल्म और अन्याय से उसकी जान ले ली गयी।*

      मगर क्या किसी ने यह जानना चाहा कि वह कौन है, कहाँ से आया है?*

      उसे दुनिया* से मिटा दिया गया,+

      मेरे लोगों के अपराधों के लिए उसे मार डाला गया।*+

       9 उसने कोई बुराई* नहीं की,

      न उसके मुँह से छल की बातें निकलीं,+

      फिर भी उसे दुष्टों के साथ कब्र में दफनाया गया,*+

      जब उसकी मौत हुई, तो उसे अमीरों* के साथ गाड़ा गया।+

      10 यह यहोवा की मरज़ी थी* कि वह कुचला जाए,

      तभी उसने उसे दुख झेलने दिया।

      हे परमेश्‍वर, अगर तू उसकी जान दोष-बलि के तौर पर दे,+

      तो वह अपने वंश* को देखेगा और बहुत दिनों तक जीएगा।+

      उसी से यहोवा की मरज़ी* पूरी होगी।+

      11 उसने जो पीड़ाएँ सहीं, उन्हें देखकर उसे संतोष मिलेगा।

      मेरा नेक जन, मेरा सेवक+ अपने ज्ञान से,

      कई लोगों की मदद करेगा कि वे नेक ठहरें।+

      वह उनके गुनाह अपने ऊपर ले लेगा।+

      12 इसलिए मैं उसे बहुतों के साथ हिस्सा दूँगा,

      वह शूरवीरों के साथ लूट का माल बाँटेगा,

      क्योंकि उसने अपनी जान कुरबान कर दी,*+

      वह अपराधियों में गिना गया,+

      वह बहुतों का पाप उठा ले गया+

      और अपराधियों की खातिर उसने बिनती की।+

  • दानियेल 9:26
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 26 फिर 62 हफ्तों के बीतने पर मसीहा काट डाला जाएगा*+ और उसके पास कुछ नहीं बचेगा।+

      और आनेवाले प्रधान की सेना नगरी और पवित्र जगह को नाश कर देगी।+ उसका अंत बाढ़ से होगा। और अंत तक युद्ध चलता रहेगा। और उसके लिए नाश तय किया गया है।+

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