वॉचटावर ऑनलाइन लाइब्रेरी
वॉचटावर
ऑनलाइन लाइब्रेरी
हिंदी
  • बाइबल
  • प्रकाशन
  • सभाएँ
  • प्रकाशितवाक्य 13
  • पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद

इस भाग के लिए कोई वीडियो नहीं है।

माफ कीजिए, वीडियो डाउनलोड नहीं हो पा रहा है।

प्रकाशितवाक्य का सारांश

      • सात सिरोंवाला जंगली जानवर समुंदर से निकला (1-10)

      • दो सींगोंवाला जानवर धरती से निकला (11-13)

      • सात सिरोंवाले जानवर की मूरत (14, 15)

      • जंगली जानवर का निशान और संख्या (16-18)

प्रकाशितवाक्य 13:1

फुटनोट

  • *

    यानी अजगर।

  • *

    या “शाही पट्टियाँ थीं।”

संबंधित आयतें

  • +प्रक 11:7; 13:18
  • +यश 57:20; प्रक 21:1

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग (अध्ययन),

    5/2022, पेज 9

    प्रहरीदुर्ग,

    6/15/2012, पेज 8-11, 14-18

    2/15/2009, पेज 4

    4/1/2004, पेज 4

    4/1/1989, पेज 20

    12/1/1988, पेज 25

    3/1/1987, पेज 5-6

प्रकाशितवाक्य 13:2

संबंधित आयतें

  • +प्रक 12:9
  • +लूक 4:6

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग (अध्ययन),

    12/2022, पेज 15

    5/2022, पेज 9

    प्रहरीदुर्ग,

    4/1/2004, पेज 4

    12/1/1988, पेज 25

    3/1/1987, पेज 5-6

प्रकाशितवाक्य 13:3

संबंधित आयतें

  • +प्रक 13:14

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग,

    12/1/1988, पेज 25-26

प्रकाशितवाक्य 13:5

संबंधित आयतें

  • +प्रक 11:2, 3

प्रकाशितवाक्य 13:6

संबंधित आयतें

  • +दान 7:25
  • +प्रक 12:12

प्रकाशितवाक्य 13:7

फुटनोट

  • *

    या “ज़बान।”

संबंधित आयतें

  • +प्रक 12:17

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग,

    6/15/2012, पेज 15

    3/1/1987, पेज 5

प्रकाशितवाक्य 13:8

फुटनोट

  • *

    या “के खर्रे।”

संबंधित आयतें

  • +यश 53:7; मत 27:50; प्रक 5:6, 12
  • +प्रक 3:5; 21:27

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग,

    2/15/2009, पेज 3

प्रकाशितवाक्य 13:9

संबंधित आयतें

  • +मत 11:15

प्रकाशितवाक्य 13:10

फुटनोट

  • *

    या शायद, “अगर किसी को तलवार से मार डाला जाना है।”

संबंधित आयतें

  • +मत 26:52
  • +दान 7:18; 1कुर 6:2; प्रक 20:6
  • +मत 24:13; इब्र 10:36; 12:3
  • +प्रक 2:10

प्रकाशितवाक्य 13:11

संबंधित आयतें

  • +प्रक 16:13; 20:2

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग (अध्ययन),

    5/2022, पेज 10

    प्रहरीदुर्ग,

    2/15/2009, पेज 3

    4/1/1989, पेज 20

    1/1/1990, पेज 31-32

    3/1/1987, पेज 6

प्रकाशितवाक्य 13:12

संबंधित आयतें

  • +प्रक 13:1
  • +प्रक 13:3

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग,

    3/1/1987, पेज 6

प्रकाशितवाक्य 13:13

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग (अध्ययन),

    5/2022, पेज 10

    प्रहरीदुर्ग,

    2/15/2009, पेज 3

प्रकाशितवाक्य 13:14

संबंधित आयतें

  • +प्रक 19:20; 20:4
  • +प्रक 13:3

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग (अध्ययन),

    5/2022, पेज 10

    प्रहरीदुर्ग,

    4/1/1989, पेज 20

    2/1/1990, पेज 28-29

    3/1/1987, पेज 6-7

प्रकाशितवाक्य 13:15

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग (अध्ययन),

    5/2022, पेज 10

    प्रहरीदुर्ग,

    12/1/1988, पेज 25-26

प्रकाशितवाक्य 13:16

संबंधित आयतें

  • +प्रक 14:9, 10; 16:2; 19:20

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग (अध्ययन),

    9/2021, पेज 18

    प्रहरीदुर्ग,

    2/15/2009, पेज 4

    4/1/2004, पेज 6-7

    11/1/1997, पेज 15-16

प्रकाशितवाक्य 13:17

संबंधित आयतें

  • +प्रक 14:11
  • +प्रक 15:2

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग,

    2/15/2009, पेज 4

    11/1/1997, पेज 15-16

प्रकाशितवाक्य 13:18

फुटनोट

  • *

    या “इंसान।”

संबंधित आयतें

  • +दान 3:1

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग,

    2/15/2009, पेज 4

    4/1/2004, पेज 3, 4-7

    12/1/1988, पेज 25-26

दूसरें अनुवाद

मिलती-जुलती आयतें देखने के लिए किसी आयत पर क्लिक कीजिए।

दूसरी

प्रका. 13:1प्रक 11:7; 13:18
प्रका. 13:1यश 57:20; प्रक 21:1
प्रका. 13:2प्रक 12:9
प्रका. 13:2लूक 4:6
प्रका. 13:3प्रक 13:14
प्रका. 13:5प्रक 11:2, 3
प्रका. 13:6दान 7:25
प्रका. 13:6प्रक 12:12
प्रका. 13:7प्रक 12:17
प्रका. 13:8यश 53:7; मत 27:50; प्रक 5:6, 12
प्रका. 13:8प्रक 3:5; 21:27
प्रका. 13:9मत 11:15
प्रका. 13:10मत 26:52
प्रका. 13:10दान 7:18; 1कुर 6:2; प्रक 20:6
प्रका. 13:10मत 24:13; इब्र 10:36; 12:3
प्रका. 13:10प्रक 2:10
प्रका. 13:11प्रक 16:13; 20:2
प्रका. 13:12प्रक 13:1
प्रका. 13:12प्रक 13:3
प्रका. 13:14प्रक 19:20; 20:4
प्रका. 13:14प्रक 13:3
प्रका. 13:16प्रक 14:9, 10; 16:2; 19:20
प्रका. 13:17प्रक 14:11
प्रका. 13:17प्रक 15:2
प्रका. 13:18दान 3:1
  • पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
  • अध्ययन बाइबल (nwtsty) में पढ़िए
  • नयी दुनिया अनुवाद—मसीही यूनानी शास्त्र (bi7) में पढ़िए
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
  • 6
  • 7
  • 8
  • 9
  • 10
  • 11
  • 12
  • 13
  • 14
  • 15
  • 16
  • 17
  • 18
पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
प्रकाशितवाक्य 13:1-18

यूहन्‍ना को दिया गया प्रकाशितवाक्य

13 और वह* समुंदर की रेत पर जा खड़ा हुआ।

और मैंने एक जंगली जानवर+ को समुंदर में से ऊपर आते देखा,+ जिसके दस सींग और सात सिर थे। उसके सींगों पर दस मुकुट थे* मगर उसके सिरों पर परमेश्‍वर की निंदा करनेवाले नाम लिखे थे। 2 मैंने जिस जंगली जानवर को देखा वह एक चीते जैसा था, मगर उसके पैर भालू के पैरों जैसे थे और उसका मुँह शेर के मुँह जैसा था। और उस जानवर को उसकी शक्‍ति, उसकी राजगद्दी और बड़ा अधिकार अजगर+ ने दिया था।+

3 मैंने देखा तो ऐसा लगा कि उसका एक सिर बुरी तरह ज़ख्मी कर दिया गया था, मगर वह जानलेवा घाव ठीक कर दिया गया+ और पूरी धरती उस जंगली जानवर की वाह-वाही करती हुई उसके पीछे हो ली। 4 और उन्होंने अजगर की पूजा की क्योंकि उसने जंगली जानवर को अधिकार दिया था। और उन्होंने यह कहते हुए जंगली जानवर की पूजा की, “इस जंगली जानवर जैसा कौन है और कौन इससे युद्ध कर सकता है?” 5 उसे एक ऐसा मुँह दिया गया जो बड़ी-बड़ी बातें करे और परमेश्‍वर की निंदा करे और उसे 42 महीनों तक अपनी मनमानी करने का अधिकार दिया गया।+ 6 और उसने परमेश्‍वर की निंदा करने के लिए अपना मुँह खोला+ ताकि वह उसके नाम और उसके निवास की, यहाँ तक कि स्वर्ग में रहनेवालों की निंदा करे।+ 7 और उसे इजाज़त दी गयी कि वह पवित्र जनों के साथ युद्ध करे और उन पर जीत हासिल करे+ और उसे हर गोत्र और जाति और भाषा* और राष्ट्र के लोगों पर अधिकार दिया गया। 8 और धरती पर रहनेवाले सभी उसकी पूजा करेंगे। उनमें से एक का भी नाम बलि किए गए मेम्ने+ की जीवन की किताब* में नहीं लिखा गया+ जो दुनिया की शुरूआत से लिखी जा रही है।

9 कान लगाकर सुनो कि क्या कहा जा रहा है।+ 10 अगर किसी को कैद किया जाना है तो उसे कैद किया जाएगा। जो किसी को तलवार से मार डालेगा,* उसे तलवार से मार डाला जाए।+ ऐसे में पवित्र लोगों+ का धीरज धरना+ और विश्‍वास रखना ज़रूरी है।+

11 फिर मैंने एक और जंगली जानवर को धरती में से ऊपर आते हुए देखा। उसके मेम्ने के सींग जैसे दो सींग थे मगर वह अजगर की तरह बोलने लगा।+ 12 और वह जानवर पहले जंगली जानवर के सामने उसका सारा अधिकार चलाता है।+ और वह धरती और उस पर रहनेवालों से उस पहले जंगली जानवर की पूजा करवाता है, जिसका जानलेवा घाव ठीक हो गया था।+ 13 और वह जानवर बड़े-बड़े चमत्कार करता है, यहाँ तक कि वह लोगों के सामने आकाश से धरती पर आग बरसाता है।

14 उसे जंगली जानवर के सामने चमत्कार करने की इजाज़त दी गयी थी और वह चमत्कार दिखाकर धरती पर रहनेवालों को गुमराह करता है। साथ ही, वह धरती पर रहनेवालों से कहता है कि वे उस जंगली जानवर की मूरत बनाएँ+ जो तलवार से घायल होने के बाद भी बच गया था।+ 15 और उस जानवर को इजाज़त दी गयी कि जंगली जानवर की मूरत में जान फूँक दे ताकि उसकी मूरत बोलने लगे और उन सबको मरवा डाले जो जंगली जानवर की मूरत पूजने से इनकार करते हैं।

16 वह जानवर छोटे-बड़े, अमीर-गरीब, आज़ाद-गुलाम सभी लोगों के साथ ज़बरदस्ती करता है कि उनके दाएँ हाथ पर या माथे पर एक निशान लगाया जाए+ 17 और जिस किसी पर यह निशान यानी जंगली जानवर का नाम+ या उसके नाम की संख्या न हो,+ वह न तो खरीद सके, न ही बेच सके। 18 इस बात को समझने के लिए बुद्धि ज़रूरी है: जो अंदरूनी समझ रखता है, वह उस जंगली जानवर की संख्या का हिसाब लगाए, इसलिए कि यह एक आदमी* की संख्या है और इसकी संख्या है 666.+

हिंदी साहित्य (1972-2025)
लॉग-आउट
लॉग-इन
  • हिंदी
  • दूसरों को भेजें
  • पसंदीदा सेटिंग्स
  • Copyright © 2025 Watch Tower Bible and Tract Society of Pennsylvania
  • इस्तेमाल की शर्तें
  • गोपनीयता नीति
  • गोपनीयता सेटिंग्स
  • JW.ORG
  • लॉग-इन
दूसरों को भेजें