मसीही जीवन
दूसरी भाषा बोलनेवाली मंडली में भी यहोवा के करीब रहिए
विश्वास बनाए रहने से परमेश्वर की मंज़ूरी मिलती है प्रहरीदुर्ग (अध्ययन), 4/2016
ऐसी ज़िंदगी जीना जिससे परमेश्वर खुश हो बाइबल सिखाती है, अध्या. 12
आप परमेश्वर के दोस्त कैसे बन सकते हैं? सिखाती है, अध्या. 12
“सबकुछ परमेश्वर की महिमा के लिए करो” संगठित, अध्या. 13
“तुम में ज्ञानवान और समझदार कौन है?” प्रहरीदुर्ग, 3/15/2008
यहोवा के मार्गों पर चलिए प्रहरीदुर्ग, 2/15/2008
क्या आप पवित्र चीज़ों के बारे में यहोवा का नज़रिया रखते हैं? प्रहरीदुर्ग, 11/1/2006
दूसरे हमारे बारे में क्या सोचते हैं—क्या यह कोई मायने रखता है? प्रहरीदुर्ग, 9/15/2005
“अन्यजातियों में तुम्हारा चालचलन भला हो” प्रहरीदुर्ग, 11/1/2002
क्या आप उनमें से एक हैं जिनसे परमेश्वर प्रेम रखता है? प्रहरीदुर्ग, 2/1/2002
देने के ज़रिए खुशी पाइए! प्रहरीदुर्ग, 7/1/2001
प्रकाश को चुननेवालों के लिए उद्धार
यहोवा के करीब आइए
यह भी देखिए यहोवा परमेश्वर ➤ इंसानों के साथ रिश्ता
हम यहोवा के लिए अपना प्यार कैसे दिखा सकते हैं?
क्या हम ईश्वर को खुश कर सकते हैं? प्रहरीदुर्ग, 10/1/2015
परमेश्वर के प्रेम में बने रहिए बाइबल सिखाती है, अध्या. 19
यहोवा के करीब रहिए सिखाती है, अध्या. 19
“जीवन की निगरानी करनेवाले के पास लौट” आओ लौट आइए, भाग 5
क्या आप परमेश्वर का नाम जानते और उसे लेते हैं?
क्या आप परमेश्वर से बात करते हैं?
क्या आप वह काम करते हैं जिससे परमेश्वर खुश होता है?
“तुझे अपने पड़ोसी से वैसे ही प्यार करना है जैसे तू खुद से करता है”
सवाल 18: आप परमेश्वर के दोस्त कैसे बन सकते हैं? नयी दुनिया अनुवाद
परमेश्वर के करीब आइए: “तू ने ये बातें . . . नन्हे-मुन्नों पर प्रकट की हैं” प्रहरीदुर्ग, 1/1/2013
आप परमेश्वर के दोस्त कैसे बन सकते हैं? खुशखबरी, पाठ 12
बाइबल क्या कहती है? आप अपनी आध्यात्मिक ज़रूरत पूरी कर सकते हैं सजग होइए!, 4/2010
परमेश्वर के करीब आइए: एक सिरजनहार जो हमारी महिमा के योग्य है प्रहरीदुर्ग, 1/1/2009
यहोवा के अधिकार को कबूल कीजिए प्रहरीदुर्ग, 6/15/2008
क्या आप परमेश्वर के साथ-साथ चलेंगे? प्रहरीदुर्ग, 11/1/2005
यहोवा को अपना परमेश्वर बनाना प्रहरीदुर्ग, 4/1/2005
यहोवा एक ऐसा परमेश्वर जिसे जानना फायदेमंद है
प्रार्थना
क्या हमें यीशु से प्रार्थना करनी चाहिए? प्रहरीदुर्ग, 4/1/2015
प्रार्थना से परमेश्वर के करीब आइए बाइबल सिखाती है, अध्या. 17
प्रार्थना—एक बड़ा सम्मान सिखाती है, अध्या. 17
“प्रार्थना करने के लिए चौकस रहो” प्रहरीदुर्ग, 11/15/2013
परमेश्वर के करीब आइए: “माँगते रहो और तुम्हें दे दिया जाएगा” प्रहरीदुर्ग, 7/1/2013
क्या आप जानते थे? (§ प्रार्थना के आखिर में लोग “आमीन” क्यों कहते हैं?) प्रहरीदुर्ग, 10/1/2009
यहोवा ज़रूर ‘न्याय चुकाएगा’ प्रहरीदुर्ग, 1/1/2007
यहोवा “अपने मांगनेवालों को पवित्र आत्मा” देता है प्रहरीदुर्ग, 1/1/2007
दुःखी लोगों के लिए दिलासा प्रहरीदुर्ग, 2/15/2004
यहोवा हमारे हर दिन की ज़रूरतें पूरी करता है प्रहरीदुर्ग, 2/1/2004
“निरन्तर प्रार्थना” क्यों करें? प्रहरीदुर्ग, 9/15/2003
यीशु ने हमें प्रार्थना करना सिखाया महान शिक्षक, पाठ 12
आदर्श प्रार्थना
यीशु ने प्रार्थना करना सिखाया अनमोल सबक, पाठ 82
आदर्श प्रार्थना के मुताबिक ज़िंदगी जीओ—भाग दो
ज़्यादा जानकारी (§ 20 प्रभु की प्रार्थना) सिखाती है
प्रभु की प्रार्थना—आपके लिए इसके मायने
‘हे प्रभु, हमें सिखा कि प्रार्थना कैसे करें’ प्रहरीदुर्ग, 2/1/2004
अपनी प्रार्थनाओं को बेहतर बनाएँ
परमेश्वर के करीब आइए: वह ‘प्रार्थनाओं का सुननेवाला’ है प्रहरीदुर्ग, 4/1/2011
बाइबल के अध्ययन से अपनी प्रार्थनाएँ निखारिए
क्या आप अपनी प्रार्थनाओं में यीशु की कही बातें लागू करते हैं? प्रहरीदुर्ग, 2/15/2009
नौजवान पूछते हैं: मैं अपनी प्रार्थना कैसे सुधारूँ? सजग होइए!, 1/2009
प्रार्थनाएँ जो सुनी जाती हैं और जिनका जवाब मिलता है
क्या आप अपनी ज़िंदगी में परमेश्वर की ताकत देख पाते हैं? प्रहरीदुर्ग, 10/15/2015
क्या कोई हमारी प्रार्थनाएँ सुनता है?
ईश्वर क्यों चाहता है कि हम उससे प्रार्थना करें
प्रार्थना करने से आपको क्या फायदा होगा
यहोवा दुखी मनवालों की गुहार सुनता है प्रहरीदुर्ग, 11/15/2010
आपके सवाल: कुछ प्रार्थनाओं का जवाब क्यों नहीं मिलता? प्रहरीदुर्ग, 7/1/2009
बाइबल क्या कहती है? चीज़ों के ज़रिए उपासना करना—परमेश्वर का क्या नज़रिया है? सजग होइए!, 1/2009
यहोवा से की गयी दिली प्रार्थना का जवाब प्रहरीदुर्ग, 10/15/2008
यहोवा हमारी दुहाई सुनता है प्रहरीदुर्ग, 3/15/2008
‘तुम्हारे निवेदन परमेश्वर के सम्मुख उपस्थित किए जाएं’
क्या प्रार्थना करने से आपके हालात में फर्क आ सकता है? प्रहरीदुर्ग, 6/15/2004
युवा लोग पूछते हैं: क्या परमेश्वर मेरी प्रार्थनाओं को सुनेगा? सजग होइए!, 7/8/2001
बाइबल पढ़ाई और अध्ययन
“परमेश्वर का वचन . . . ज़बरदस्त ताकत रखता है” प्रहरीदुर्ग (अध्ययन), 9/2017
शास्त्र का गहराई से अध्ययन कैसे करें? मसीही ज़िंदगी और सेवा सभा पुस्तिका, 10/2017
कुछ ऐसा ढूँढ़िए जो सोने से भी अनमोल है प्रहरीदुर्ग (अध्ययन), 8/2016
यहोवा के इंतज़ामों से पूरा फायदा पाइए प्रहरीदुर्ग (अध्ययन), 5/2016
दो बातों के बीच फर्क करने की तकनीक से फायदा पाइए प्रहरीदुर्ग, 9/15/2013
बाइबल पढ़ाई से पूरा-पूरा फायदा उठाइए प्रहरीदुर्ग, 4/15/2013
सवाल 20: आप बाइबल पढ़कर उससे पूरा फायदा कैसे पा सकते हैं? नयी दुनिया अनुवाद
अंधविश्वास से खबरदार रहिए—बाइबल में कोई जादुई ताकत नहीं प्रहरीदुर्ग, 12/15/2012
नौजवान पूछते हैं: मैं ऐसा क्या करूँ कि बाइबल के अध्ययन से मुझे मज़ा आए? सजग होइए!, 7/2012
निजी अध्ययन को बनाइए असरदार और मज़ेदार! प्रहरीदुर्ग, 1/15/2012
“खर्रे, खासकर चर्मपत्र लेते आना” प्रहरीदुर्ग, 6/15/2011
क्या आपको परमेश्वर के वचन से वाकई खुशी मिलती है? प्रहरीदुर्ग, 5/15/2011
क्या आपने बाइबल अध्ययन के लिए समय अलग रखा है? प्रहरीदुर्ग, 10/15/2009
क्या आप हर दिन परमेश्वर की सुनते हैं? प्रहरीदुर्ग, 1/1/2010
नौजवान पूछते हैं: मैं अपनी बाइबल पढ़ाई मज़ेदार कैसे बनाऊँ? सजग होइए!, 7/2009
ऐसा पेड़ “जिसके पत्ते कभी मुरझाते नहीं” प्रहरीदुर्ग, 7/1/2009
‘परमेश्वर की गूढ़ बातों’ की खोज करना प्रहरीदुर्ग, 11/1/2007
यहोवा के वचन पर भरोसा रखिए प्रहरीदुर्ग, 4/15/2005
निजी अध्ययन जो हमें काबिल शिक्षक बनाता है
राजाओं की मिसाल पर चलिए प्रहरीदुर्ग, 6/15/2002
परमेश्वर का वचन पढ़ने में दिली खुशी पाइए सेवा स्कूल
आप अपनी याददाश्त बढ़ा सकते हैं सेवा स्कूल
पढ़ने में ध्यान लगाए रह सेवा स्कूल
अध्ययन करने से ढेरों आशीषें मिलती हैं सेवा स्कूल
रीडिंग और स्टडी के लिए समय निकालिए
मनन
यहोवा की सृष्टि और उसके वचन पर मनन करते रहिए प्रहरीदुर्ग, 10/15/2015
बाइबल क्या कहती है? मनन सजग होइए!, 7/2014
मनन करने में खुशी पाइए प्रहरीदुर्ग, 1/1/2006
बाइबल सिद्धांत कैसे लागू करें?
बाइबल से सीखें अनमोल सबक अनमोल सबक
विश्वास रखिए, सही फैसले कीजिए! प्रहरीदुर्ग (अध्ययन), 3/2017
आप परमेश्वर की मरज़ी के मुताबिक फैसले कैसे कर सकते हैं? प्रहरीदुर्ग, 4/15/2006
यहोवा का “वचन” आपकी हिफाज़त करे प्रहरीदुर्ग, 9/1/2005
क्या आपको हमेशा बाइबल से नियमों की ज़रूरत है? प्रहरीदुर्ग, 12/1/2003
परमेश्वर के सिद्धांत आपको राह दिखाते रहें प्रहरीदुर्ग, 4/15/2002
परमेश्वर के बताए उसूलों से आपको लाभ हो सकता है
ज्ञान लें और विश्वास बढ़ाएँ
यह किताब भी देखिए:
माता-पिताओ, अपने बच्चों को विश्वास बढ़ाने में मदद दीजिए
बाइबल क्या कहती है? विश्वास सजग होइए!, अंक 3 2016
राज-घर की लाइब्रेरी से हमें क्या फायदा हो सकता है? यहोवा की मरज़ी, पाठ 27
आपको बाइबल के बारे में क्यों सीखते रहना चाहिए? खुशखबरी, पाठ 15
जीवन की सबसे बेहतरीन राह पर आपका स्वागत है! प्रहरीदुर्ग, 2/15/2010
युवा लोग पूछते हैं: मैं कैसे खुशी-खुशी परमेश्वर की सेवा कर सकता हूँ? सजग होइए!, 10/2008
जवानो, यहोवा की सेवा करना चुन लो प्रहरीदुर्ग, 7/1/2006
“खुश हैं वे जो अपनी आध्यात्मिक ज़रूरत के प्रति सचेत हैं” प्रहरीदुर्ग, 7/1/2005
परमेश्वर पर विश्वास करने की सही वजह प्रहरीदुर्ग, 12/1/2003
अपने दिल और दिमाग से परमेश्वर की खोज करें प्रहरीदुर्ग, 4/1/2002
सच्चा विश्वास आप ज़रूर पैदा कर सकते हैं
सच्चा धर्म लोगों को एक करता है प्रहरीदुर्ग, 9/15/2001
आप जो विश्वास करते हैं उसका आधार क्या है? प्रहरीदुर्ग, 8/1/2001
अपनी उन्नति के लिए बाधाओं को पार कीजिए! प्रहरीदुर्ग, 8/1/2001
परमेश्वर को जानना संतोष से भरी ज़िंदगी, भाग 5
सच्चे धर्म को कैसे पहचानें?
आप सच्चे धर्म को कैसे पहचान सकते हैं? खुशखबरी, पाठ 10
सच्ची मसीहियत फल-फूल रही है प्रहरीदुर्ग, 3/1/2004
“तुमने मुफ़्त पाया है, मुफ़्त में दो” प्रहरीदुर्ग, 8/1/2003
समर्पण और बपतिस्मा
नौजवानो, “अपने उद्धार के लिए काम करते जाओ”
नौजवानो—आप बपतिस्मे के लिए कैसे तैयार हो सकते हैं?
बपतिस्मा और परमेश्वर के साथ आपका रिश्ता बाइबल सिखाती है, अध्या. 18
क्या मुझे अपना जीवन परमेश्वर को समर्पित करके बपतिस्मा लेना चाहिए? सिखाती है, अध्या. 18
क्या किशोर बच्चों को बपतिस्मा लेना चाहिए? प्रहरीदुर्ग, 6/15/2011
पवित्र शक्ति के मार्गदर्शन में चलो अपने समर्पण के मुताबिक जीओ
जीवन की सबसे बेहतरीन राह पर आपका स्वागत है! प्रहरीदुर्ग, 2/15/2010
पाठकों के प्रश्न: किन हालात में शायद एक मसीही फिर से बपतिस्मा लेने की सोचे? प्रहरीदुर्ग, 2/15/2010
हमें अपनी ज़िंदगी यहोवा को क्यों समर्पित करनी चाहिए? प्रहरीदुर्ग, 1/15/2010
“यीशु के बारे में खुशखबरी” का ऐलान करना (बक्स: “पानी” में बपतिस्मा) गवाही दो, अध्या. 7
मसीही बपतिस्मा पाने की माँगें पूरी करना
बपतिस्मा क्यों लें? प्रहरीदुर्ग, 4/1/2002
समर्पण का वादा—क्या आप इसे निभा रहे हैं? प्रहरीदुर्ग, 2/1/2001
प्रौढ़ कैसे बनें?
कोई भी बात आपको इनाम से दूर न कर दे प्रहरीदुर्ग (अध्ययन), 11/2017
नयी शख्सियत पहन लीजिए और इसे पहने रखिए
आपको दूसरों को क्यों सिखाते रहना चाहिए?
क्या बाइबल अब भी आपकी ज़िंदगी सँवार रही है? प्रहरीदुर्ग (अध्ययन), 5/2016
क्या आपका ज़मीर आपको सही राह दिखाता है?
बुद्धिमानी से निजी फैसले लीजिए
अब जब हम “परमेश्वर को जान गए” हैं, तो आगे क्या करें? प्रहरीदुर्ग, 3/15/2013
बुद्धिमान बनिए—सही “दिशा निर्देश” पाने की कोशिश कीजिए प्रहरीदुर्ग, 6/15/2012
क्या आप यहोवा की महिमा झलका रहे हैं? प्रहरीदुर्ग, 5/15/2012
“सच्चाई के बुनियादी ढाँचे” से सीखिए प्रहरीदुर्ग, 1/15/2012
‘अपना मार्ग सफल बनाइए’ कैसे? प्रहरीदुर्ग, 6/15/2011
पहले “उसकी धार्मिकता” की खोज करो प्रहरीदुर्ग, 10/15/2010
अपनी सोचने-समझने की शक्ति को प्रशिक्षित करते रहिए प्रहरीदुर्ग, 5/15/2010
क्या आप ‘मज़बूती से जड़ पकड़कर नींव पर कायम’ हैं? प्रहरीदुर्ग, 10/15/2009
पूरा ज़ोर लगाकर प्रौढ़ता के लक्ष्य तक बढ़ते जाएँ—“यहोवा का भयानक दिन निकट है” प्रहरीदुर्ग, 5/15/2009
आप कैसे इंसान बनना चाहते हैं? प्रहरीदुर्ग, 11/15/2008
“बड़ी उत्सुकता” के साथ सही ज्ञान में बढ़ते जाइए प्रहरीदुर्ग, 9/15/2008
क्या आप “शुद्ध भाषा” अच्छी तरह बोलते हैं? प्रहरीदुर्ग, 8/15/2008
शासी निकाय की तरफ से एक खत परमेश्वर का प्यार
“अपने पवित्र विश्वास की बुनियाद पर खुद को मज़बूत करो” परमेश्वर का प्यार, अध्या. 17
उस परमेश्वर से प्यार कीजिए, जो आपसे प्यार करता है प्रहरीदुर्ग, 12/1/2006
मसीही, यहोवा की महिमा ज़ाहिर करते हैं
“तुम क्या हो, इसका सबूत देते रहो” प्रहरीदुर्ग, 7/15/2005
यहोवा के मार्गों के बारे में सीखना प्रहरीदुर्ग, 5/15/2005
आध्यात्मिक लक्ष्य रखने के ज़रिए अपने सिरजनहार की महिमा कीजिए प्रहरीदुर्ग, 7/15/2004
स्थिर हृदय से यहोवा की सेवा करते रहिए प्रहरीदुर्ग, 4/1/2002
अपनी उन्नति प्रगट कीजिए प्रहरीदुर्ग, 8/1/2001
आप प्रौढ़ मसीही कैसे बन सकते हैं? प्रहरीदुर्ग, 8/15/2000
मसीही गुण
परमेश्वर के साथ मज़बूत रिश्ता
यह ब्रोशर भी देखिए:
“क्या तू इनसे ज़्यादा मुझसे प्यार करता है?”
क्या हम बीते समय के राजाओं से सबक सीखेंगे?
यहोवा की सृष्टि और उसके वचन पर मनन करते रहिए
“विश्वास में मज़बूत खड़े रहो” प्रहरीदुर्ग, 9/15/2015
“अपना मन स्वर्ग की बातों पर ही लगाए रखो” प्रहरीदुर्ग, 10/15/2014
यहोवा की आवाज़ सुनिए, फिर चाहे आप जहाँ भी हों प्रहरीदुर्ग, 8/15/2014
क्या आपको ‘सही वक्त पर खाना’ मिल रहा है? प्रहरीदुर्ग, 8/15/2014
यहोवा की चितौनियों को अपने हृदय के हर्ष का कारण बनाइए
सही चुनाव करके अपनी विरासत महफूज़ रखिए प्रहरीदुर्ग, 5/15/2013
“हिम्मत न हारें” प्रहरीदुर्ग, 4/15/2013
अपने दिल के इरादों से खबरदार रहिए प्रहरीदुर्ग, 2/15/2013
यहोवा, उद्धार के लिए हमारी हिफाज़त करता है प्रहरीदुर्ग, 4/15/2012
पूरे दिल से यहोवा की सेवा करते रहिए प्रहरीदुर्ग, 4/15/2012
“पीछे छोड़ी हुई चीज़ों” को मुड़कर मत देखिए प्रहरीदुर्ग, 3/15/2012
“दौड़ो कि इनाम पा सको” प्रहरीदुर्ग, 9/15/2011
पूरे दिल से धार्मिकता से प्यार कीजिए प्रहरीदुर्ग, 2/15/2011
आध्यात्मिक कामों से ताज़गी पाइए प्रहरीदुर्ग, 6/15/2010
बीमार रिश्तेदार की देखभाल करते वक्त आध्यात्मिक तौर पर मज़बूत रहिए प्रहरीदुर्ग, 5/15/2010
इनाम पर नज़र जमाए रखो प्रहरीदुर्ग, 3/15/2009
“अपना पहला सा प्रेम” बनाए रखिए प्रहरीदुर्ग, 6/15/2008
यहोवा, उस पर आस लगानेवालों की रक्षा करता है प्रहरीदुर्ग, 6/1/2005
क्या आपकी नज़र इनाम पर है? (§ इनाम पर नज़र रखना) प्रहरीदुर्ग, 4/1/2004
‘मेरे वचन में बने रहो’ प्रहरीदुर्ग, 2/1/2003
‘अपना प्रशिक्षण कर’ प्रहरीदुर्ग, 10/1/2002
जो बातें तुम ने सीखीं, उनका पालन किया करो
सच्चाई आपके लिए कितनी अनमोल है?
क्या आप यहोवा की चितौनियों से बहुत प्रीति रखते हैं? प्रहरीदुर्ग, 12/1/2000
यहोवा थके हुए को बल देता है प्रहरीदुर्ग, 12/1/2000
अपने “उद्धार की आशा” को बरकरार रखिए! प्रहरीदुर्ग, 6/1/2000
परमेश्वर के साथ रिश्ता कमज़ोर
“जागते रहो” यह इतना ज़रूरी क्यों है? प्रहरीदुर्ग, 10/15/2011
आप आध्यात्मिक दिल के दौरे से बच सकते हैं प्रहरीदुर्ग, 12/1/2001
परमेश्वर—की सेवा आप क्यों करते हैं? प्रहरीदुर्ग, 12/15/2000
शक
उसने डरने और शक करने की कमज़ोरी पर काबू पाया विश्वास की मिसाल, अध्या. 21
सुखी परिवार का राज़: जब आपका नौजवान आपके धार्मिक विश्वास पर सवाल उठाए प्रहरीदुर्ग, 7/1/2012
आशंकाओं के हाथों अपने विश्वास का खून मत होने दीजिए प्रहरीदुर्ग, 7/1/2001
ठोकर
दूसरों की खामियों से ठोकर मत खाइए प्रहरीदुर्ग (अध्ययन), 6/2016
यहोवा से प्यार करनेवालों को “कुछ ठोकर नहीं लगती” प्रहरीदुर्ग, 3/15/2013
अच्छा मनोरंजन कैसे चुनें (§ दूसरों के फायदे की सोचिए) परमेश्वर का प्यार, अध्या. 6
परमेश्वर की शिक्षा के प्रति रवैया
क्या आप महान कुम्हार के हाथों ढलने के लिए तैयार रहते हैं?
यहोवा के अनुशासन के मुताबिक ढलने के लिए तैयार रहिए प्रहरीदुर्ग, 6/15/2013
उसने अपनी गलतियों से सबक सीखा विश्वास की मिसाल, अध्या. 13
उनके विश्वास की मिसाल पर चलिए: उसने अपनी गलतियों से सबक सीखा प्रहरीदुर्ग, 4/1/2009
यहोवा का अनुशासन हमेशा कबूल कीजिए प्रहरीदुर्ग, 12/1/2006
अनुशासन का मकसद समझना प्रहरीदुर्ग, 10/1/2003
परमेश्वर का डर
इंसान के बजाय परमेश्वर का भय मानने की पाँच वजह प्रहरीदुर्ग, 7/1/2009
परमेश्वर का भय मानकर खुश रहिए!
‘यहोवा का भय मानना यही बुद्धि है’ प्रहरीदुर्ग, 9/15/2005
यहोवा का भय मान और उसकी आज्ञाओं का पालन कर
हर घड़ी यहोवा का भय मानिए राज-सेवा, 12/2000
यहोवा पर भरोसा
‘परमेश्वर की शांति समझ से परे है’
यहोवा हमारा निवासस्थान है प्रहरीदुर्ग, 3/15/2013
हिम्मत से काम लीजिए–यहोवा आपके साथ है! प्रहरीदुर्ग, 1/15/2013
परमेश्वर पर आपका भरोसा कितना मज़बूत है? प्रहरीदुर्ग, 1/1/2006
वादे जिन पर आप भरोसा रख सकते हैं प्रहरीदुर्ग, 1/15/2004
यहोवा पर पूरा भरोसा रखिए प्रहरीदुर्ग, 9/1/2003
खड़े रहकर यहोवा की ओर से बचाव देख!
पूरे दिल से यहोवा पर भरोसा रखिए प्रहरीदुर्ग, 3/1/2003
आप किसके स्तरों पर विश्वास कर सकते हैं?
यहोवा पर अपना विश्वास मज़बूत कीजिए
पवित्र शक्ति का फल
क्या आप पवित्र शक्ति के निर्देशन में चलते हैं?
क्या आप ‘आत्मा के अनुसार चलेंगे’? प्रहरीदुर्ग, 8/1/2007
खुशी के लिए असल में क्या ज़रूरी है? प्रहरीदुर्ग, 9/1/2004
प्यार
अपने कामों से दिखाइए कि आपका प्यार सच्चा है प्रहरीदुर्ग (अध्ययन), 10/2017
प्यार—एक अनमोल गुण प्रहरीदुर्ग (अध्ययन), 8/2017
क्या परमेश्वर का “मुफ्त वरदान” आपको मजबूर करता है?
“हम तुम्हारे संग चलेंगे” (बक्स: प्यार “बदतमीज़ी से पेश नहीं आता”) प्रहरीदुर्ग (अध्ययन), 1/2016
क्या आप ‘अपने पड़ोसी से वैसे प्यार करते हैं, जैसे खुद से करते हैं’?
“तुझे अपने पड़ोसी से वैसे ही प्यार करना है जैसे तू खुद से करता है”
ऐसा प्यार बढ़ाइए जो कभी नहीं मिटता प्रहरीदुर्ग, 12/15/2009
भाइयों जैसा प्यार दिखाने में बढ़ते जाओ प्रहरीदुर्ग, 11/15/2009
बाइबल क्या कहती है? क्या अपने दुश्मनों से प्यार करना मुमकिन है? सजग होइए!, 4/2010
मसीह का प्यार हमें भी प्यार करने के लिए उकसाता है प्रहरीदुर्ग, 9/15/2009
दिलों पर लिखी प्यार की व्यवस्था प्रहरीदुर्ग, 8/15/2005
‘आपस में प्रेम रखो’ प्रहरीदुर्ग, 2/1/2003
ज़रूरतमंदों को निरंतर प्रेम-कृपा दिखाइए प्रहरीदुर्ग, 5/15/2002
खुशी
यहोवा की सेवा खुशी-खुशी करते रहिए प्रहरीदुर्ग (अध्ययन), 2/2016
अपने हालात के मुताबिक लक्ष्य रखिए और खुशी पाइए प्रहरीदुर्ग, 7/15/2008
खुशी पाने में बाइबल आपकी मदद कर सकती है प्रहरीदुर्ग, 8/1/2005
आनन्दित परमेश्वर के साथ खुशी पाइए प्रहरीदुर्ग, 5/1/2001
शांति
‘परमेश्वर की शांति समझ से परे है’ प्रहरीदुर्ग (अध्ययन), 8/2017
“शांति को ढूँढ़े तथा उसके लिए प्रयत्न करे” प्रहरीदुर्ग, 9/1/2001
इब्राहीम जैसा विश्वास रखिए! (§ शांति बनाए रखने के लिए त्याग करना) प्रहरीदुर्ग, 8/15/2001
आपको मन की शांति कहाँ मिल सकती है?
सब्र
क्या आप सब्र रखेंगे और इंतज़ार करेंगे? प्रहरीदुर्ग (अध्ययन), 8/2017
“धीरज को धारण करो” प्रहरीदुर्ग, 11/1/2001
कृपा
सच्ची परवाह दिखाइए—कृपा दिखाने के ज़रिए राज-सेवा, 10/2005
बैरी संसार में कृपा दिखाने का यत्न करना
भलाई
भलाई करते रहिए प्रहरीदुर्ग, 5/15/2008
भलाई करने में यहोवा जैसे बनिए राज-सेवा, 8/2003
भलाई करते रहिए प्रहरीदुर्ग, 1/15/2002
विश्वास
परमेश्वर जैसे गुण बढ़ाइए—विश्वास मसीही ज़िंदगी और सेवा सभा पुस्तिका, 8/2017
यहोवा के वादों पर विश्वास कीजिए
माता-पिताओ, अपने बच्चों को विश्वास बढ़ाने में मदद दीजिए
यहोवा के करीबी दोस्तों की मिसाल पर चलिए
“विश्वास में मज़बूत खड़े रहो” प्रहरीदुर्ग, 9/15/2015
उसकी मिसाल पर चलिए, जिसने हमेशा की ज़िंदगी का वादा किया
क्या आप “अदृश्य परमेश्वर” को देख सकते हैं?
धीरज से दौड़ते रहिए प्रहरीदुर्ग, 9/15/2011
रूप को देखकर नहीं पर विश्वास से चलिए! प्रहरीदुर्ग, 9/15/2005
क्या आपका विश्वास आपको कदम उठाने के लिए उकसाता है? प्रहरीदुर्ग, 4/15/2005
इब्राहीम और सारा—आप उनकी तरह विश्वास दिखा सकते हैं! प्रहरीदुर्ग, 5/15/2004
आपका विश्वास कितना मज़बूत है?
क्या हमारा धार्मिक विश्वास तर्क की बिनाह पर होना चाहिए? प्रहरीदुर्ग, 4/1/2002
इब्राहीम जैसा विश्वास रखिए! प्रहरीदुर्ग, 8/15/2001
बाइबल का दृष्टिकोण: सच्चा विश्वास किसे कहते हैं? सजग होइए!, 4/8/2000
कोमलता
कोमल स्वभाव रखना बुद्धिमानी है प्रहरीदुर्ग (अध्ययन), 12/2016
“सब मनुष्यों के साथ पूरी कोमलता से” पेश आना
संयम
संयम का गुण बढ़ाइए प्रहरीदुर्ग (अध्ययन), 9/2017
अपनी ज़बान से दूसरों की भलाई करें प्रहरीदुर्ग, 12/15/2015
अपनी ज़बान पर काबू रखकर प्यार और आदर दिखाइए प्रहरीदुर्ग, 10/1/2006
संगति
इन आखिरी दिनों में बुरी संगति से खबरदार रहिए! प्रहरीदुर्ग, 8/15/2015
आज़ादी दिलानेवाले परमेश्वर की सेवा कीजिए प्रहरीदुर्ग, 7/15/2012
क्या आपका मनोरंजन सही है? (§ कैसे लोगों के साथ मनोरंजन?) प्रहरीदुर्ग, 10/15/2011
नौजवान पूछते हैं: मुझे सोशल नेटवर्क के बारे में क्या पता होना चाहिए? —भाग 1 सजग होइए!, 1/2012
युवा लोग पूछते हैं: मैं बुरी सोहबत से कैसे दूर रहूँ? सजग होइए!, 10/8/2005
दूसरों को यहोवा की नज़र से देखने की कोशिश कीजिए प्रहरीदुर्ग, 3/15/2003
आप हताशा से जूझ सकते हैं! (§ जब कोई आपके दिल को ठेस पहुँचाता है) प्रहरीदुर्ग, 2/1/2001
साक्षी
मसीही भाई-बहनों के साथ संगति करने से हमें क्या फायदा होता है? यहोवा की मरज़ी, पाठ 6
आइए मिलकर खुशी मनाएँ! प्रहरीदुर्ग, 10/15/2011
बेवफा दुनिया में वफा निभाना प्रहरीदुर्ग, 10/15/2009
परमेश्वर के दोस्तों को अपने दोस्त बनाइए परमेश्वर का प्यार, अध्या. 3
आध्यात्मिक बातचीत से उन्नति होती है प्रहरीदुर्ग, 9/15/2003
हमारे भाई-बहन कौन हैं? महान शिक्षक, पाठ 43
दोस्त वही जो परमेश्वर से प्यार करे महान शिक्षक, पाठ 44
कैसे बनाएँ दोस्त प्रहरीदुर्ग, 12/1/2000
अविश्वासी
परमेश्वर के लोगों के बीच सुरक्षा पाइए प्रहरीदुर्ग, 6/15/2010
इस्राएलियों की गलतियों से सीखिए प्रहरीदुर्ग, 2/15/2008
अपने पड़ोसी से प्रेम रखने का क्या मतलब है प्रहरीदुर्ग, 12/1/2006
अच्छे पड़ोसी सचमुच एक अनमोल देन हैं
स्वच्छता
हम अपना चालचलन पवित्र बनाए रख सकते हैं प्रहरीदुर्ग, 6/15/2015
हमें पवित्र क्यों होना चाहिए प्रहरीदुर्ग, 11/15/2014
राजा अपने लोगों को उपासना के मामले में शुद्ध करता है परमेश्वर का राज, अध्या. 10
नैतिक मामलों में शुद्ध किया गया —परमेश्वर की तरह पवित्र परमेश्वर का राज, अध्या. 11
परमेश्वर साफ और शुद्ध लोगों से प्यार करता है परमेश्वर का प्यार, अध्या. 8
एक साफ-सुथरा घर हम सब की ज़िम्मेदारी सजग होइए!, 7/8/2005
भले कामों के लिए शुद्ध किए गए लोग प्रहरीदुर्ग, 6/1/2002
स्वच्छता—इसका असली मतलब क्या है? प्रहरीदुर्ग, 2/1/2002
फैसले कैसे करें?
“तू जो भी मन्नत माने उसे पूरा करना” प्रहरीदुर्ग (अध्ययन), 4/2017
विश्वास रखिए, सही फैसले कीजिए! प्रहरीदुर्ग (अध्ययन), 3/2017
अपनी आज़ादी को अनमोल समझिए प्रहरीदुर्ग (अध्ययन), 1/2017
आप निजी फैसले कैसे लेते हैं? प्रहरीदुर्ग (अध्ययन), 5/2016
क्या आप कल्पना-शक्ति का समझदारी से इस्तेमाल करते हैं? प्रहरीदुर्ग (अध्ययन), 4/2016
क्या आपको अपना मन बदलना चाहिए? प्रहरीदुर्ग, 12/15/2014
बुद्धिमानी से निजी फैसले लीजिए प्रहरीदुर्ग, 9/15/2013
‘मुझ को यह सिखा कि मैं तेरी इच्छा कैसे पूरी करूं’ प्रहरीदुर्ग, 11/15/2012
तुम्हारी ‘हाँ’ का मतलब हाँ हो प्रहरीदुर्ग, 10/15/2012
सुनहरा भविष्य कैसे पाएँ? प्रहरीदुर्ग, 10/1/2012
आप किस तरह सलाह देते हैं? प्रहरीदुर्ग, 3/15/2012
“अपनी समझ का सहारा न लेना” प्रहरीदुर्ग, 11/15/2011
ऐसे फैसले लीजिए जिनसे परमेश्वर की महिमा हो प्रहरीदुर्ग, 4/15/2011
“अन्त” के बारे में पहले से सोचिए प्रहरीदुर्ग, 10/1/2008
ज़िंदगी के हर दायरे में परमेश्वर से मार्गदर्शन माँगिए प्रहरीदुर्ग, 4/15/2008
आप परमेश्वर की मरज़ी के मुताबिक फैसले कैसे कर सकते हैं? प्रहरीदुर्ग, 4/15/2006
“हर एक व्यक्ति अपना ही बोझ उठाएगा” प्रहरीदुर्ग, 3/15/2006
आप बुद्धिमानी भरे फैसले कैसे कर सकते हैं?
बाइबल का दृष्टिकोण: हम चुनाव करने की अपनी आज़ादी का इस्तेमाल कैसे करें? सजग होइए!, 4/8/2003
आप सही फैसले कैसे कर सकते हैं प्रहरीदुर्ग, 9/1/2001
संतुलन रखें और लिहाज़ करें
सच्ची दौलत को ढूँढ़ने में लगे रहिए प्रहरीदुर्ग (अध्ययन), 7/2017
अपने हालात के मुताबिक लक्ष्य रखिए और खुशी पाइए प्रहरीदुर्ग, 7/15/2008
सही हद तक अधीनता दिखाइए और दूसरों का लिहाज़ कीजिए प्रहरीदुर्ग, 3/15/2008
थके हुए, पर हिम्मत नहीं हारते प्रहरीदुर्ग, 8/15/2004
काम के बारे में एक सही नज़रिया कैसे पैदा करें
हमारी इच्छाएँ कब पूरी होती हैं? प्रहरीदुर्ग, 8/1/2000
समय का सही इस्तेमाल
क्या आपको साँस लेने की भी फुरसत नहीं? सजग होइए!, अंक 4 2017
कीमती वक्त—उसका सही खर्च सजग होइए!, 4/2014
वक्त के पाबंद होने की आदत डालिए राज-सेवा, 12/2014
पूरी गंभीरता के साथ यहोवा की सेवा करना प्रहरीदुर्ग, 4/15/2011
समय का पाबंद क्यों हों? प्रहरीदुर्ग, 8/15/2010
सादगी का बोलबाल, ज़िंदगी खुशहाल सजग होइए!, 4/2010
परमेश्वर की सेवा में व्यस्त और खुश प्रहरीदुर्ग, 12/15/2009
नौजवान पूछते हैं: वक्त का सही इस्तेमाल कैसे करूँ? सजग होइए!, 10/2009
संतुष्टि और सादा जीवन
यह भी देखिए शैतान की व्यवस्था ➤ दुनिया की फितरत ➤ धन-दौलत का प्यार
क्या मुझे उधार लेना चाहिए? प्रहरीदुर्ग, 1/1/2015
यहोवा के करीब बने रहिए (§ पैसा) प्रहरीदुर्ग, 1/15/2013
दुष्ट संसार में “मुसाफिर” प्रहरीदुर्ग, 11/15/2011
इंसानों से प्यार कीजिए दौलत-शोहरत से नहीं
दूसरों से खुद की तुलना मत कीजिए
अपनी आध्यात्मिक ज़रूरत पूरी कीजिए
बाइबल क्या कहती है? क्या परमेश्वर चाहता है कि आप अमीर बनें? सजग होइए!, 10/2009
क्या आपकी योजनाएँ परमेश्वर के मकसद से मेल खाती हैं प्रहरीदुर्ग, 10/1/2008
दुनिया से अलग कैसे रहें (§ सादगी-भरी ज़िंदगी जीएँ) परमेश्वर का प्यार, अध्या. 5
बाइबल के सिद्धांतों पर चलकर सुख पाइए प्रहरीदुर्ग, 6/1/2006
अपनी आँख निर्मल रखिए राज-सेवा, 9/2004
संतोष पाने का राज़ जानना प्रहरीदुर्ग, 6/1/2003
आपके पास जो है, उससे संतुष्ट रहिए राज-सेवा, 6/2002
अपने हृदय की रक्षा कीजिए (§ क्या हमारी आँख निर्मल है?) प्रहरीदुर्ग, 10/15/2001
युवा लोग पूछते हैं: क्या मुझे विदेश जाना चाहिए? सजग होइए!, 7/8/2000
पहनावा और सजना-सँवरना
क्या आपके पहनावे से परमेश्वर की महिमा होती है? प्रहरीदुर्ग (अध्ययन), 9/2016
हम अपनी सभाओं के लिए क्यों अच्छे से तैयार होते हैं? यहोवा की मरज़ी, पाठ 8
दुनिया से अलग कैसे रहें (§ पहनावे और सजने-सँवरने में मर्यादा बनाए रखें) परमेश्वर का प्यार, अध्या. 5
ऐसा रूप और ढंग जो पवित्र और काबिले-तारीफ हो राज-सेवा, 8/2004
युवा लोग पूछते हैं: क्या मुझे अपना शरीर गुदाना चाहिए? सजग होइए!, 10/8/2003
सलीकेदार पहनावा परमेश्वर के लिए श्रद्धा दिखाता है राज-सेवा, 7/2003
स्वच्छता से यहोवा की महिमा होती है राज-सेवा, 9/2002
अच्छा रूप और ढंग सेवा स्कूल, अध्या. 15
बाइबल का दृष्टिकोण: साज-शृंगार—समझदारी की ज़रूरत सजग होइए!, 10/8/2000
युवा लोग पूछते हैं: क्या शरीर के अंग छिदवाने में कोई बुराई है? सजग होइए!, 4/8/2000
तन-मन से करें सेवा
यह ब्रोशर भी देखिए:
परमेश्वर से मिले खज़ाने को अनमोल समझिए प्रहरीदुर्ग (अध्ययन), 6/2017
अभी से नयी दुनिया में जीने की तैयारी कीजिए! प्रहरीदुर्ग, 8/15/2015
हमें अपने सारे चालचलन में पवित्र होना चाहिए प्रहरीदुर्ग, 11/15/2014
तरक्की करने के लिए ‘अपने मार्ग को [समतल] कर’ प्रहरीदुर्ग, 6/15/2014
“यहोवा के दास बनकर उसकी सेवा करो” प्रहरीदुर्ग, 10/15/2013
कोई भी बात आपको महिमा पाने से रोक न सके प्रहरीदुर्ग, 2/15/2013
ज़िंदगी में सच्ची कामयाबी हासिल कीजिए प्रहरीदुर्ग, 12/15/2012
तन-मन से यहोवा के लिए बलिदान चढ़ाना प्रहरीदुर्ग, 1/15/2012
क्या आप यहोवा को अपना भाग बना रहे हैं? प्रहरीदुर्ग, 9/15/2011
परमेश्वर का विश्राम—क्या आप उसमें दाखिल हुए हैं?
आध्यात्मिक कटाई में पूरा-पूरा हिस्सा लीजिए प्रहरीदुर्ग, 7/15/2010
ज़िंदगी का हर दिन परमेश्वर की महिमा के लिए इस्तेमाल कीजिए प्रहरीदुर्ग, 1/15/2010
हमेशा तक जीने के लिए आप क्या कुरबानी देंगे? प्रहरीदुर्ग, 10/15/2008
आज, परमेश्वर के मकसद के मुताबिक काम कीजिए
परमेश्वर की महिमा करनेवाले धन्य हैं प्रहरीदुर्ग, 6/1/2004
क्या आप सच्ची लगन से यहोवा की खोज कर रहे हैं? प्रहरीदुर्ग, 8/15/2003
“बहुत सा फल लाओ” प्रहरीदुर्ग, 2/1/2003
एक ऐसी ज़िंदगी कैसे जीएँ जिससे यहोवा खुश हो? प्रहरीदुर्ग, 11/15/2002
यहोवा का नज़रिया
क्या यह मायने रखता है कि आपके काम पर कौन ध्यान देता है? प्रहरीदुर्ग, 7/15/2015
सफाई पेश करना—यहोवा इसे किस नज़र से देखता है? प्रहरीदुर्ग, 10/15/2010
कड़ी मेहनत—इस पर यहोवा की आशीष कब होती है? प्रहरीदुर्ग, 8/1/2002
तन-मन से सेवा करने के बारे में हमारा रवैया
हर दिन यहोवा की तारीफ कीजिए! मसीही ज़िंदगी और सेवा सभा पुस्तिका, 10/2017
यहोवा की सेवा के लिए आगे आइए कि उसकी बड़ाई हो प्रहरीदुर्ग (अध्ययन), 4/2017
यहोवा के साथ काम करने के सम्मान को अनमोल समझिए! प्रहरीदुर्ग, 10/15/2014
वक्त की नज़ाकत ध्यान में रखकर हम कैसे प्रचार में जी-जान से लगे रह सकते हैं राज-सेवा, 10/2014
क्या आप दूसरों को चेतावनी देने में और मेहनत कर सकते हैं? प्रहरीदुर्ग, 10/15/2013
‘पहचानो कि ज़्यादा अहमियत रखनेवाली बातें क्या हैं’ प्रहरीदुर्ग, 4/15/2013
आप पर भरोसा करके आपको प्रबंधक ठहराया गया है! प्रहरीदुर्ग, 12/15/2012
यहोवा की सेवा को सबसे ज़्यादा अहमियत क्यों दें? प्रहरीदुर्ग, 6/15/2012
प्रचार की अहमियत समझकर जी-जान से लगे रहिए! प्रहरीदुर्ग, 3/15/2012
तुम्हारे हाथ मज़बूत हों (§ सबसे पहला, सबसे ज़रूरी) प्रहरीदुर्ग, 4/15/2006
परमेश्वर पर आपका भरोसा कितना मज़बूत है? प्रहरीदुर्ग, 1/1/2006
अपनी मसीही पहचान की रक्षा करना
सबसे ज़रूरी क्या है? महान शिक्षक, पाठ 16
किस चीज़ का असल मोल है? प्रहरीदुर्ग, 9/15/2001
यहोवा की सेवा में अपनी खुशी कायम रखिए प्रहरीदुर्ग, 5/1/2001
दूसरों की सेवा करने में मसीहियों को खुशी मिलती है प्रहरीदुर्ग, 11/15/2000
आपकी नज़र में कामयाबी क्या है? प्रहरीदुर्ग, 11/1/2000
जोश
प्रचार के लिए अपना जोश बरकरार रखिए प्रहरीदुर्ग, 2/15/2015
क्या आप “बढ़िया कामों के लिए जोशीले” हैं? प्रहरीदुर्ग, 5/15/2013
सच्ची उपासना के लिए जोशीले बनो प्रहरीदुर्ग, 12/15/2010
क्या आप मसीह के पीछे पूरी तरह चल रहे हैं? प्रहरीदुर्ग, 4/15/2010
“बढ़िया कामों के लिए जोशीले” बनिए प्रहरीदुर्ग, 6/15/2009
हम परमेश्वर के लिए अपना प्रेम कैसे दिखाते हैं प्रहरीदुर्ग, 3/1/2004
पूरे उत्साह से सुसमाचार का प्रचार कीजिए प्रहरीदुर्ग, 7/1/2000
त्याग की भावना
त्याग की भावना कैसे बनाए रखें प्रहरीदुर्ग, 3/15/2014
क्या आप राज के कामों के लिए त्याग करेंगे? प्रहरीदुर्ग, 12/15/2013
“मुझे सहायता यहोवा की ओर से मिलती है”: त्याग करने से यहोवा की आशीष मिलती है प्रहरीदुर्ग, 11/15/2005
“[तुम] दाम देकर मोल लिये गए हो”
परमेश्वर की सेवा—तत्परता और खुशी से कीजिए प्रहरीदुर्ग, 11/15/2000
त्याग भरी ज़िंदगी—सबसे बेहतरीन ज़िंदगी! प्रहरीदुर्ग, 9/15/2000
स्तुतिरूपी बलिदान, जिनसे यहोवा खुश होता है प्रहरीदुर्ग, 8/15/2000
शैतान का विरोध करें
अपनी सोच की हिफाज़त कीजिए प्रहरीदुर्ग (अध्ययन), 7/2017
आप शैतान से लड़ सकते हैं और जीत हासिल कर सकते हैं!
‘उतावली में आकर अपनी समझ-बूझ खो बैठने’ से दूर रहिए! प्रहरीदुर्ग, 12/15/2013
सोचिए कि आपको किस तरह का इंसान होना चाहिए प्रहरीदुर्ग, 8/15/2013
“प्रवासी” बने रहने की ठान लेना प्रहरीदुर्ग, 12/15/2012
डटे रहो और शैतान के फंदों से बचे रहो!
आज़ादी दिलानेवाले परमेश्वर की सेवा कीजिए प्रहरीदुर्ग, 7/15/2012
क्या आप यहोवा की साफ चेतावनियों पर ध्यान देंगे?
परमेश्वर की पवित्र शक्ति पाइए, न कि दुनिया की फितरत प्रहरीदुर्ग, 3/15/2011
क्या आप दुराचार से नफरत करते हैं? प्रहरीदुर्ग, 2/15/2011
हमें किन चीज़ों से भागना चाहिए? प्रहरीदुर्ग, 6/15/2008
मसीहियों को कब गेहूँ की तरह छाना जाता है प्रहरीदुर्ग, 1/15/2008
शैतान और उसकी धूर्त चालों का विरोध कीजिए परमेश्वर का प्यार, अध्या. 16
धार्मिकता की खोज करने से हमारी हिफाज़त होगी प्रहरीदुर्ग, 1/1/2006
गलत सोच का विरोध कीजिए! प्रहरीदुर्ग, 9/15/2005
‘प्रभु में बलवन्त बनो’ प्रहरीदुर्ग, 9/15/2004
बदलते संसार की आत्मा का विरोध कीजिए प्रहरीदुर्ग, 4/1/2004
“शैतान का साम्हना करो” प्रहरीदुर्ग, 10/15/2002
परमेश्वर के दिए हथियार
“परमेश्वर के सम्पूर्ण अस्त्र-शस्त्र धारण करो” प्रहरीदुर्ग, 9/15/2004
“विश्वास का श्रेष्ठ युद्ध लड़ते रहो” प्रहरीदुर्ग, 2/15/2004
पापी फितरत से लड़ें
नयी शख्सियत पहन लीजिए और इसे पहने रखिए
गलतियों के बारे में सही नज़रिया रखिए प्रहरीदुर्ग (जनता के लिए), अंक 6 2017
बाइबल क्या कहती है? लुभाया जाना सजग होइए!, अंक 4 2017
क्या हम बीते समय के राजाओं से सबक सीखेंगे?
“पवित्र शक्ति की बातों पर मन लगाने का मतलब जीवन और शांति है”
हम अपना चालचलन पवित्र बनाए रख सकते हैं प्रहरीदुर्ग, 6/15/2015
आप अपने कदमों को बहकने से रोक सकते हैं! प्रहरीदुर्ग, 7/1/2014
यहोवा की बतायी राह पर चलकर सच्ची आज़ादी पाइए! प्रहरीदुर्ग, 7/15/2012
बाइबल क्या कहती है? क्या बात हमें अच्छा या बुरा बनाती है? सजग होइए!, 7/2010
कमज़ोर पर हिम्मत नहीं हारते प्रहरीदुर्ग, 6/15/2008
अपने आपको परमेश्वर के प्रेम में बनाए रखिए प्रहरीदुर्ग, 12/1/2006
जागते रहें
यह ब्रोशर भी देखिए:
हमें क्यों ‘जागते रहना’ चाहिए? प्रहरीदुर्ग (अध्ययन), 7/2016
अभी से नयी दुनिया में जीने की तैयारी कीजिए!
क्या आप ‘जागते रहेंगे’? प्रहरीदुर्ग, 3/15/2015
“तुम न तो उस दिन को और न ही उस वक्त को जानते हो” प्रहरीदुर्ग, 9/15/2012
यीशु की तरह जागते रहिए प्रहरीदुर्ग, 2/15/2012
तैयार रहने का सबूत दीजिए! प्रहरीदुर्ग, 3/15/2011
“सचेत रहो” प्रहरीदुर्ग, 3/15/2009
“जागते रहो”—न्याय करने का समय आ पहुँचा है! प्रहरीदुर्ग, 10/1/2005
“जागते रहो” प्रहरीदुर्ग, 1/15/2000
परीक्षाओं का सामना कैसे करें?
यहोवा हमारी सब परीक्षाओं में हमें दिलासा देता है प्रहरीदुर्ग (अध्ययन), 6/2017
अपनी आशा की वजह से खुशी पाइए मसीही ज़िंदगी और सेवा सभा पुस्तिका, 2/2017
“यहोवा पर भरोसा रख और भले काम कर” प्रहरीदुर्ग (अध्ययन), 1/2017
यहोवा उन्हें इनाम देता है जो पूरी लगन से उसकी खोज करते हैं
यहोवा से आशीष पाने के लिए संघर्ष करते रहिए
“मत डर, मैं तेरी मदद करूँगा” प्रहरीदुर्ग (अध्ययन), 7/2016
परमेश्वर कैसे तसल्ली देता है?
यहोवा आपको सँभालेगा प्रहरीदुर्ग, 12/15/2015
“तुम्हें धीरज धरने की ज़रूरत है” प्रहरीदुर्ग, 6/15/2015
यहोवा के संगठन के करीब रहिए संगठित, अध्या. 17
आपने पूछा: क्या यहोवा कभी किसी मसीही को खाने की कमी होने देगा? प्रहरीदुर्ग, 9/15/2014
‘बहुत तकलीफों’ के बावजूद वफादारी से परमेश्वर की सेवा कीजिए प्रहरीदुर्ग, 9/15/2014
जब अचानक कोई हादसा हो जाता है परिवार खुश रह सकता है, भाग 8
कभी-भी “यहोवा से चिढ़ने” मत लगिए प्रहरीदुर्ग, 8/15/2013
मुश्किलों को दें मात, हिम्मत के साथ प्रहरीदुर्ग, 10/15/2012
“नामुमकिन!” इसका मतलब क्या है? प्रहरीदुर्ग, 10/1/2012
हर परीक्षा पार करने के लिए ताकत से भरपूर
“मत डर, मैं तेरी सहायता करूंगा” प्रहरीदुर्ग, 7/15/2010
मुसीबतों के दौर में भी अपनी खुशी बरकरार रखें प्रहरीदुर्ग, 12/15/2009
यहोवा अपने वफादार जनों को कभी नहीं छोड़ेगा प्रहरीदुर्ग, 8/15/2008
यहोवा हमारी दुहाई सुनता है प्रहरीदुर्ग, 3/15/2008
निराशा के बावजूद आप खुश रह सकते हैं प्रहरीदुर्ग, 4/1/2008
दुःख-तकलीफों में धीरज धरने से हमें फायदा हो सकता है प्रहरीदुर्ग, 9/1/2007
धीरज धरते हुए यहोवा के दिन का इंतज़ार करना प्रहरीदुर्ग, 8/1/2007
‘खुश है वह मनुष्य, जो परीक्षा में धीरज धरे रहता है’ राज-सेवा, 7/2007
यहोवा दुःख से पीड़ित लोगों को मुक्त करता है प्रहरीदुर्ग, 8/1/2006
हम किसी भी आज़माइश का सामना कर सकते हैं! प्रहरीदुर्ग, 6/15/2005
क्या आप यहोवा से मदद लेते हैं?
यहोवा ‘संकट के समय में हमारा दृढ़ गढ़ है’ प्रहरीदुर्ग, 8/15/2004
क्या आपकी ज़िंदगी हालात के बस में है? प्रहरीदुर्ग, 6/1/2004
ज़िंदगी के बदलावों का सामना करने के लिए परमेश्वर की आत्मा पर निर्भर रहिए प्रहरीदुर्ग, 4/1/2004
अनिश्चितता की भावना पर आप काबू पा सकते हैं प्रहरीदुर्ग, 2/1/2004
संकट की घड़ी में यहोवा पर पूरा भरोसा रखिए प्रहरीदुर्ग, 9/1/2003
अपने हाथों को मज़बूत करो प्रहरीदुर्ग, 12/1/2002
हमें परीक्षाओं को किस नज़र से देखना चाहिए? प्रहरीदुर्ग, 9/1/2002
‘शरीर में कांटे’ का सामना करना
मसीह की शांति हमारे हृदयों में कैसे शासन कर सकती है? प्रहरीदुर्ग, 9/1/2001
बीमारी
जब जानलेवा बीमारी हो जाए सजग होइए!, 10/2014
बीमारी आपकी खुशी छीनने न पाए! प्रहरीदुर्ग, 12/15/2011
जब हालात या ज़िम्मेदारी बदले
“वे बातें विश्वासयोग्य आदमियों को सौंप दे” प्रहरीदुर्ग (अध्ययन), 1/2017
मुश्किल हालात में भी आप मर्यादा में रह सकते हैं
बदलते हालात में भी परमेश्वर की मंज़ूरी पाते रहना प्रहरीदुर्ग, 3/15/2010
हौसला-अफज़ाई
दिलासा पाएँ और दिलासा दें प्रहरीदुर्ग, 3/15/2013
यहोवा पर भरोसा रखिए, जो “हर तरह का दिलासा देनेवाला परमेश्वर है” प्रहरीदुर्ग, 10/15/2011
यहोवा पर पूरा भरोसा रखने से हिम्मत बढ़ती है प्रहरीदुर्ग, 5/15/2011
खुशी पाने में बाइबल आपकी मदद कर सकती है प्रहरीदुर्ग, 8/1/2005
यहोवा ने ‘आपके सिर के बाल भी गिन रखे हैं’ प्रहरीदुर्ग, 8/1/2005
सच्ची शांति कहाँ से मिल सकती है? प्रहरीदुर्ग, 5/1/2003
‘दृढ़ और साहसी हो!’ प्रहरीदुर्ग, 3/1/2003
उन्नति के लिए अच्छी और सुहावनी बातें सेवा स्कूल, अध्या. 34
परवरिश चाहे जैसी रही हो, आप कामयाब हो सकते हैं प्रहरीदुर्ग, 4/15/2001
विरोध और ज़ुल्म
सच्चाई ‘शांति नहीं लाती बल्कि तलवार चलवाती है’ प्रहरीदुर्ग (अध्ययन), 10/2017
यहोवा के संगठन के करीब रहिए संगठित, अध्या. 17
बाइबल क्या कहती है? लोग यीशु के सच्चे चेलों से नफरत क्यों करते हैं? सजग होइए!, 1/2012
बाइबल क्या कहती है? क्या अपने दुश्मनों से प्यार करना मुमकिन है? सजग होइए!, 4/2010
“परमेश्वर को अपना राजा जानकर उसकी आज्ञा मानना ही हमारा कर्तव्य है” गवाही दो, अध्या. 5
स्तिफनुस—‘परमेश्वर की बड़ी कृपा और शक्ति से भरपूर’ गवाही दो, अध्या. 6
“यहोवा का वचन बढ़ता और फैलता चला गया” गवाही दो, अध्या. 10
“आनंद और पवित्र शक्ति से भरपूर” गवाही दो, अध्या. 11
“भलाई से बुराई को जीत लो” प्रहरीदुर्ग, 7/1/2007
‘बुराई का सामना करते वक्त खुद को काबू में रखिए’ प्रहरीदुर्ग, 5/15/2005
सताए जाने पर भी खुश प्रहरीदुर्ग, 11/1/2004
बेवजह बैर के शिकार प्रहरीदुर्ग, 8/15/2004
यिर्मयाह की तरह साहसी बनिए प्रहरीदुर्ग, 5/1/2004
परीक्षाओं में धीरज धरने से यहोवा की स्तुति होती है
यहोवा की सेवा में अपनी खुशी कायम रखिए प्रहरीदुर्ग, 5/1/2001
परमेश्वर के खिलाफ लड़नेवाले जीत नहीं सकते! प्रहरीदुर्ग, 4/1/2000
नात्ज़ियों के अत्याचार के बावजूद निडर और वफादार प्रहरीदुर्ग, 4/1/2000
निर्दोष चाल/खराई
कैसे निभाएँ दोस्ती, जब दाँव पर हो दोस्ती प्रहरीदुर्ग (अध्ययन), 3/2017
ऐसी ज़िंदगी जीना जिससे परमेश्वर खुश हो बाइबल सिखाती है, अध्या. 12
आप परमेश्वर के दोस्त कैसे बन सकते हैं? सिखाती है, अध्या. 12
क्या आपमें यहोवा को ‘जाननेवाला मन’ है? प्रहरीदुर्ग, 3/15/2013
आपकी ज़िंदगी में किस व्यक्ति की अहमियत सबसे ज़्यादा है? प्रहरीदुर्ग, 5/15/2011
जैसे-जैसे अंत नज़दीक आ रहा है, यहोवा पर भरोसा रखिए प्रहरीदुर्ग, 3/15/2011
“सोचो कि . . . तुम्हें कैसे इंसान होना चाहिए!” प्रहरीदुर्ग, 7/15/2010
आपकी खराई से यहोवा का दिल खुश होता है प्रहरीदुर्ग, 4/15/2009
क्या आप अपनी खराई बनाए रखेंगे?
नौजवान पूछते हैं: क्या मैं अपने दोस्त के गलत काम के बारे में बता दूँ? सजग होइए!, 1/2009
“शैतान का साम्हना करो,” ठीक जैसे यीशु ने किया था प्रहरीदुर्ग, 11/15/2008
“तेरी चितौनियां मेरा सुखमूल . . . हैं” प्रहरीदुर्ग, 7/1/2006
खराई की राह पर चलने से मिलनेवाली खुशियाँ प्रहरीदुर्ग, 5/15/2006
शैतान का सामना करो, तो वह भाग निकलेगा! प्रहरीदुर्ग, 1/15/2006
हम अपने परमेश्वर यहोवा का नाम लेकर चलेंगे
क्या आप सब बातों में विश्वासयोग्य हैं? प्रहरीदुर्ग, 7/15/2005
खराई की राह पर चल प्रहरीदुर्ग, 12/1/2004
आप परमेश्वर को खुश कर सकते हैं प्रहरीदुर्ग, 5/15/2004
दृढ़ बने रहो और जीवन की दौड़ जीत लो प्रहरीदुर्ग, 5/15/2003
परमेश्वर को कैसे खुश करें महान शिक्षक, पाठ 40
आज्ञाकारी होने का गुण पैदा कीजिए, अंत करीब है
क्या आप अपनी खराई बनाए रखेंगे? प्रहरीदुर्ग, 8/15/2002
खराई, सीधे लोगों की अगुवाई करती है प्रहरीदुर्ग, 5/15/2002
सिद्ध होकर पूर्ण विश्वास के साथ स्थिर रहिए प्रहरीदुर्ग, 12/15/2000
धीरज
“धीरज को अपना काम पूरा करने दो” प्रहरीदुर्ग (अध्ययन), 4/2016
यहोवा के संगठन के करीब रहिए संगठित, अध्या. 17
‘बहुत तकलीफों’ के बावजूद वफादारी से परमेश्वर की सेवा कीजिए प्रहरीदुर्ग, 9/15/2014
हम कैसे सब्र दिखाते हुए ‘इंतज़ार कर’ सकते हैं? प्रहरीदुर्ग, 11/15/2013
यिर्मयाह की तरह जागते रहिए प्रहरीदुर्ग, 3/15/2011
धीरज धरते हुए यहोवा के दिन का इंतज़ार करना प्रहरीदुर्ग, 8/1/2007
‘तुमने अय्यूब के धीरज के विषय में तो सुना ही है’
भले काम करने में हियाव मत छोड़िए प्रहरीदुर्ग, 6/1/2005
अपने धीरज पर भक्ति बढ़ाते जाओ प्रहरीदुर्ग, 7/15/2002
भले काम करना न छोड़ें प्रहरीदुर्ग, 8/15/2001
“इस प्रकार दौड़ो” प्रहरीदुर्ग, 1/1/2001
दिल में हो लगन तो सफलता चूमे कदम प्रहरीदुर्ग, 2/1/2000
ज़मीर
क्या आपका ज़मीर आपको सही राह दिखाता है?
पूरे दिल से धार्मिकता से प्यार कीजिए (§ अच्छा विवेक बनाए रखिए) प्रहरीदुर्ग, 2/15/2011
क्या यह वाकई बेईमानी है? (§ “जो सम्राट का है वह सम्राट को चुकाओ”) प्रहरीदुर्ग, 10/1/2010
अपना ज़मीर साफ बनाए रखें—कैसे? परमेश्वर का प्यार, अध्या. 2
अपने विवेक के मुताबिक काम कीजिए
क्या आपके विवेक ने अच्छी तालीम पायी है? प्रहरीदुर्ग, 10/1/2005
क्या सही है, क्या गलत— आपको कैसे तय करना चाहिए?
“एक स्वर से” परमेश्वर की महिमा कीजिए प्रहरीदुर्ग, 9/1/2004
क्या आपको हमेशा बाइबल से नियमों की ज़रूरत है? प्रहरीदुर्ग, 12/1/2003
सही तरीके से जवाब देना सीखिए (§ निजी फैसले और विवेक) सेवा स्कूल
भाई-बहनों की मदद करें
यह ब्रोशर भी देखिए:
‘परदेसियो,’ अपने बच्चों की मदद कीजिए
ज़ुल्म सहनेवाले मसीहियों के लिए प्रार्थना कीजिए मसीही ज़िंदगी और सेवा सभा पुस्तिका, 1/2017
हर दिन एक-दूसरे का हौसला बढ़ाते रहो प्रहरीदुर्ग (अध्ययन), 11/2016
पूरे समय की सेवा करनेवालों की मदद कीजिए प्रहरीदुर्ग, 9/15/2014
तलाकशुदा भाई-बहनों की मदद कीजिए—कैसे? प्रहरीदुर्ग, 6/15/2014
दूसरों को अपनी काबिलीयतों का पूरा-पूरा इस्तेमाल करने में मदद दीजिए
एक-दूसरे में गहरी दिलचस्पी लीजिए और एक-दूसरे की हिम्मत बँधाइए प्रहरीदुर्ग, 8/15/2013
बाइबल क्या कहती है? दूसरों की तारीफ क्यों करें? सजग होइए!, 7/2012
सब दुखी मनवालों को दिलासा दो प्रहरीदुर्ग, 10/15/2011
अपने संगी भाइयों को कभी मत छोड़िए प्रहरीदुर्ग, 3/15/2011
बीमार दोस्त की मदद कैसे करें? प्रहरीदुर्ग, 1/1/2011
मंडली का हौसला बढ़ाते रहिए (§ “जो मायूस हैं, उन्हें अपनी बातों से तसल्ली दो”) प्रहरीदुर्ग, 6/15/2010
विधवाएँ और विधुर—उनकी ज़रूरतें क्या हैं? आप कैसे उनकी मदद कर सकते हैं? प्रहरीदुर्ग, 10/1/2010
अपने बधिर भाई-बहनों की संगति का आनंद उठाइए प्रहरीदुर्ग, 11/15/2009
ऐसी बोली बोलिए जो “हिम्मत बँधाएँ” परमेश्वर का प्यार, अध्या. 12
उन्हें मत भूलिए जो सच्चाई में ठंडे पड़ चुके हैं राज-सेवा, 2/2007
वह मदद जो हमेशा हाज़िर है राज-सेवा, 2/2006
प्यार से सुनने की कला प्रहरीदुर्ग, 11/15/2005
एक-दूसरे को मज़बूत कीजिए प्रहरीदुर्ग, 5/1/2004
“सच्चे होंठ सदा बने रहेंगे” (§ ‘वह बात जो आनन्दित कर दे’) प्रहरीदुर्ग, 3/15/2003
‘आपस में प्रेम रखो’ प्रहरीदुर्ग, 2/1/2003
कंधे-से-कंधा मिलाकर सेवा करते रहो
अनाथों और विधवाओं की क्लेश में सुधि लें प्रहरीदुर्ग, 6/15/2001
यहोवा के योग्य चाल चलने में दूसरों की मदद कीजिए प्रहरीदुर्ग, 12/15/2000
बुज़ुर्ग जन
यह भी देखिए यहोवा के साक्षी ➤ मसीही मंडली ➤ बुज़ुर्ग जन
बुज़ुर्ग माता-पिता की देखभाल करना
बुज़ुर्गों का आदर क्यों करें? प्रहरीदुर्ग, 5/15/2010
तनहा पर भुलाए नहीं गए प्रहरीदुर्ग, 4/15/2008
बुज़ुर्ग जनों की देखभाल करना —एक मसीही ज़िम्मेदारी
भाइयों के साथ पैसों का लेन-देन
बिज़नेस से जुड़े झगड़े कैसे निपटाएँ परमेश्वर का प्यार, अतिरिक्त लेख
आपसी मत-भेद
क्या आप झगड़े मिटाएँगे और शांति कायम करेंगे? प्रहरीदुर्ग (अध्ययन), 6/2017
प्यार से आपसी मनमुटाव सुलझाइए प्रहरीदुर्ग (अध्ययन), 5/2016
मंडली की शांति और शुद्धता कायम रखना (§ गंभीर अपराध के मामले निपटाना) संगठित, अध्या. 14
भावनाओं को ठेस पहुँचना—जब हमारे पास “शिकायत की कोई वजह” हो लौट आइए, भाग 3
बाइबल क्या कहती है? आप कैसे दूसरों के साथ सुलह कर सकते हैं? सजग होइए!, 7/2012
शांति बनाए रखो प्रहरीदुर्ग, 8/15/2011
मन को भानेवाली बोली से रिश्तों में मिठास आती है प्रहरीदुर्ग, 6/15/2010
यीशु की बातों के मुताबिक ढालिए अपनी सोच (§ “पहिले अपने भाई से मेल मिलाप कर”) प्रहरीदुर्ग, 2/15/2009
‘उन बातों की कोशिश कीजिए जिनसे मेल मिलाप हो’ प्रहरीदुर्ग, 11/15/2008
हमें दूसरों के साथ कैसा बर्ताव करना चाहिए? (§ “अपने भाई से मेल मिलाप कर”) प्रहरीदुर्ग, 5/15/2008
बहेलिये के जाल से बचाए जाना (§ आपसी झगड़े) प्रहरीदुर्ग, 10/1/2007
सच्ची नम्रता पैदा कीजिए (§ नम्रता से समस्याएँ दूर होती हैं) प्रहरीदुर्ग, 10/15/2005
क्रोध में आना कब जायज़ होता है? प्रहरीदुर्ग, 8/1/2005
माफी माँगना—शांति बनाने का एक बढ़िया रास्ता
क्या आपके बारे में गलत राय कायम की गयी है? प्रहरीदुर्ग, 4/1/2001
खटपट हो जाए तो क्या किया जाए? प्रहरीदुर्ग, 8/15/2000